अपना भारत और विदेशी भ्रमजाल शुभम वर्मा द्वारा लिखित एक विचारोत्तेजक पुस्तक है, जो भारत की सांस्कृतिक, आर्थिक और बौद्धिक स्वतंत्रता पर विदेशी प्रभावों के प्रभाव का विश्लेषण करती है। यह पुस्तक विदेशी विचारधाराओं, नीतियों और आर्थिक मॉडल के दुष्प्रभावों को उजागर करते हुए स्वदेशी अवधारणा, आत्मनिर्भरता और भारत की मूल विचारधारा को अपनाने की आवश्यकता पर जोर देती है। लेखक ने भारत की समृद्ध विरासत और उसकी वैश्विक भूमिका को समझने के लिए एक स्वदेशी दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया है।
Apan bharat aur videshi bhramajaal
₹60.00Price
Shubham Varma
