बंग-भंग विरोधी आंदोलन एक महत्वपूर्ण संकलन है, जो बंगाल में 1905 में ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा किए गए विभाजन के खिलाफ हुए संघर्ष को प्रस्तुत करता है। इस आंदोलन ने भारतीय राष्ट्रीयता और एकता को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। इस संकलन में उस समय के प्रमुख नेताओं, विचारकों और क्रांतिकारियों के योगदान का वर्णन किया गया है, जिन्होंने इस विभाजन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और भारतीय समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य किया। बंग-भंग विरोधी आंदोलन ने भारतीय समाज में ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक नई जागृति उत्पन्न की और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक अहम अध्याय को जन्म दिया। इस संकलन के माध्यम से पाठक इस आंदोलन की ऐतिहासिक महत्ता और उसके प्रभाव को समझ सकते हैं।
bang-bhang virodhee aandolan
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संकलन
