राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ : स्वर्णीम भारत के दिशा-सूत्र सुनील आंबेकर द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के इतिहास, उसके उद्देश्यों और योगदान को विस्तार से प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक संघ के विचारधारा, उसके कार्यकर्ताओं के संघर्ष और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान की गहरी छानबीन करती है। आंबेकर ने इस पुस्तक में संघ के द्वारा भारतीय समाज में किए गए सुधार कार्यों, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने और भारतीय संस्कृति के संरक्षण के प्रयासों पर प्रकाश डाला है। इसके साथ ही, पुस्तक में यह भी बताया गया है कि कैसे RSS एक समृद्ध और शक्तिशाली भारत के निर्माण की दिशा में अपने कार्यों को संरेखित करता है। यह पुस्तक उन लोगों के लिए एक मार्गदर्शक है, जो संघ की विचारधारा और इसके राष्ट्र निर्माण में भूमिका को समझना चाहते हैं।
raashtreey svayansevak sangh : svarneem bhaarat ke disha-sootr
सुनील आंबेकर
