top of page

सामाजिक समरसता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिखा गया एक महत्वपूर्ण लेख है, जिसमें उन्होंने भारतीय समाज में विभिन्न जातियों, धर्मों, और संस्कृतियों के बीच समरसता और एकता की आवश्यकता पर बल दिया है। इस लेख में मोदी जी ने समाज में व्याप्त विभाजन और भेदभाव को समाप्त करने के लिए सामाजिक समरसता की दिशा में किए गए प्रयासों का वर्णन किया है। वे समाज में सभी वर्गों को समान अधिकार देने और एक साथ मिलकर राष्ट्र निर्माण में योगदान करने की बात करते हैं। मोदी जी का मानना है कि समाज में केवल समरसता और एकजुटता से ही देश की प्रगति और समृद्धि संभव है। यह लेख उनके विचारों और दृष्टिकोण को उजागर करता है, जो भारतीय समाज के उत्थान और सशक्तिकरण की दिशा में मार्गदर्शक साबित होता है।

saamaajik samarasata

₹500.00Price
Quantity
  • नरेंद्र मोदी 

Get in Touch With Us

309 Motibaug, Shaniwar Peth, Opp to Ahillyadevi Highschool, Pune, 411030

+91-02027151988
+91-8799931616

राष्ट्रीय विचारांचा प्रचार आणि प्रसार या उद्देशाने शके १८९८, सन १९७६ मध्ये प्रकाशन संस्थेची स्थापना करण्यात आली. बालसाहित्य, संस्कारक्षम पुस्तके, सामाजिक, राष्ट्रीय, विज्ञान, शेती, पर्यावरण, योग, आरोग्य, संतसाहित्य, अर्थकारण, समरसता, चरित्रे,  कुटुंब प्रबोधन इत्यादी विषयावरील सुमारे ६५० ग्रंथ  आजवर भाविसाने प्रकाशित केले आहेत.

bhavisa logo
© 2024 by Bhavisa. Powered by Digeetaly
bottom of page