वैश्विक षड्यंत्र व जनजाति - भारत का अस्तित्व लक्ष्मण राज सिंह मरकाम 'लक्ष्य' द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जो भारत की जनजातियों और उनके सांस्कृतिक, सामाजिक व राजनीतिक अस्तित्व पर वैश्विक षड्यंत्रों के प्रभाव का विश्लेषण करती है।
यह पुस्तक आदिवासी समुदायों की परंपराओं, उनकी स्वायत्तता, बाहरी शक्तियों द्वारा किए जा रहे हस्तक्षेप और भारत की एकता पर मंडरा रहे खतरों को उजागर करती है। लेखक ने ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य और समकालीन चुनौतियों को जोड़ते हुए, जनजातीय समाज की रक्षा और सशक्तिकरण** की आवश्यकता पर बल दिया है।
Vaishvik shadyantra va janajaati - bharat ka aastitva
₹100.00Price
Lakshman raj singh markam laksh
