विभाजित भारत पुस्तक, राम माधव द्वारा लिखित है, जो भारत के विभाजन के इतिहास और इसके बाद की स्थिति पर गहरी चर्चा करती है। इस पुस्तक में लेखक ने 1947 के विभाजन के कारणों, उसके प्रभाव और भारतीय समाज पर पड़ने वाले दीर्घकालिक प्रभावों का विश्लेषण किया है। लेखक ने विभाजन के दौरान हुए अत्याचार, धार्मिक हिंसा, और शरणार्थियों के संकट को भी विस्तार से प्रस्तुत किया है। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया है कि विभाजन के बाद के दशकों में भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते कैसे विकसित हुए और किस प्रकार के संघर्षों का सामना दोनों देशों को करना पड़ा। राम माधव ने यह पुस्तक एक ऐसे संदर्भ में लिखा है, जिससे वर्तमान में भी विभाजन और इसके परिणामों को समझने में मदद मिलती है, और यह भारतीय राजनीति, समाज, और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के संदर्भ में विचारणीय है।
vibhaajit bhaarat
₹350.00Price
राम माधव
